वकील कैसे बनें: कई लोगों का सपना होता है कि वह समाज की सेवा करे और उन लोगों की मदद करे जिनको मदद की जरूरत है अपने जीवन में, कोई इंजीनियर बनना चाहता है, कोई आईएएस बनना चाहता है, तो कुछ लोग अच्छे वकील कैसे बनें? ये भी सपना देखते हैं! अगर आप भी एक ऐसी नौकरी करना चाहते हैं जो आपको समाज में इज्जत दिलाये और साथ ही साथ आप लोगों की समस्याओं को भी सुलझा सके?
आज आप इस आर्टिकल में जानेगे, कि वकील क्या होते हैं, वकील कैसे बनते हैं, 12 के बाद वकील कैसे बनें , वकील बनने के लिए कौन-कौन से कोर्स हैं, इसके लिए कौन सी परीक्षाएँ देनी पड़ती है और उसकी तैयारी कैसे करें। तो चलिये अब विस्तार से जानते हैं कि एक सफल वकील कैसे बनें?
LLB का Full Form
एक सफल वकील कैसे बनें? ये जाने से पहले आपको ये पता होना चाहिए की LLB का Full Form क्या होता है, इसका Full Form Legum Baccalaureus होता है जो की एक Latin भाषा का शब्द है. वहीँ आज इसे आमतोर पर Bachelor of Laws के नाम से संबोधित किया जाता है।
वकील कितने प्रकार के होते हैं?
वकील का मतलब है जिसने कानून की पढाई के साथ उसका अभ्यास किया हो और जिसके पास लाइसेंस हो और वह कोर्ट में लोगों को न्याय दिलाने का काम करता हो उसे ही हम वकील कहते है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें की वकील दो तरह के वकील होते है एक सरकारी वकील और एक निजी यनि प्राइवेट वकील।
सरकारी वकील कैसे बनें
सरकारी वकील एक गवर्नमेंट कर्मचारी होता है और इसलिए वो गवर्नमेंट के पेरोल पर होता है। इस जॉब का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपके पास जॉब की सिक्योरिटी होती है और आपको वो सारे फायदे मिलते हैं जो बाकी सरकारी कर्मचारियों को मिलते हैं।
प्राइवेट वकील कैसे बनें
प्राइवेट अधिवक्ता वो होता है जो सरकार के लिए काम नहीं करता है लेकिन या तो खुद प्रैक्टिस करता हैं या फिर किसी और कंपनी में शामिल होकर काम करता है। इस जॉब की सबसे बड़ी बात है कि इसमें काफी अच्छी कमाई होती है क्योंकि आप कंपनियों के लिए बड़े-बड़े केस लड़ेंगे तो आप ज्यादा फीस भी कमाएंगे और साथ ही आपकी सैलरी भी बहुत ज़्यादा होगी।
वकील कैसे बनें?
ऊपर आपने जाना वकील क्या है अब Simple steps के द्वारा समझाने की कोशिश करते है की वकील कैसे बनें और वकील बनाने के लिए आपको क्या क्या करना होगा।
बारहवीं कक्षा पास करनी होगी
वकील कैसे बने इसके लिए आपको सबसे पहले बारहवीं कक्षा पास करनी होगी. आप अपनी 12 वीं किसी भी Stream के साथ कर सकते हैं लेकिन अगर आप Arts के student हैं तो आपको कानून की शिक्षा प्राप्त करने में आसानी होगी. इसके बाद आपको किसी law college में Admission लेना होगा.
Entrance Exam देना होगा
Law college में Admission लेने के लिए, आपको प्रवेश परीक्षा देनी होगी, इस प्रवेश परीक्षा का नाम है CLAT. भारत में, CLAT परीक्षा पूरे भारतीय स्तर पर बहुत Popular है, आप CLAT परीक्षा देने के बाद किसी भी Law college में Admission ले सकते हैं.
LLB कॉलेज के प्रमुख कोर्स
भारत में लॉ कॉलेज में मुख्यतः दो प्रकार के लॉ कोर्स किए जाते है ।
3 साल का एलएलबी कोर्स – यह कोर्स 3 साल का होता है और इस कोर्स को कोई भी कर सकता है, उसके लिए वो ग्रेजुएट होना अनिवार्य है और उसने ग्रेजुएशन में कम से कम 40% अंक प्राप्त किये हों । यह कोर्स भारत में काफी कॉलेज में करवाया जाता हैं।
इस कोर्स के लिए आप किसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएट हो सकते हैं और कोर्स की महत्वपूर्ण 5 साल कोर्स जितनी ही है। ज़्यादातर लोग इस कोर्स के बाद यूपीएससी परीक्षा और गवर्नमेंट लॉ ऑफिसर्स की नौकरी की तरफ ज़्यादा आकर्षित होते हैं।
5 साल का इंटीग्रेटेड कोर्स – यह 5 साल का इंटीग्रेटेड कोर्स दो अलग कोर्स का कॉम्बिनेशन होता है और ज़्यादातर कॉलेजों में आजकल यही कोर्स करवाया जा रहा हैं। इस कोर्स के जरिये आप एक ड्यूल डिग्री सिक्योर कर सकते हैं और इसका फायदा यह है कि जिन दो डिग्री को पूरा करने में आपको 6 साल लग जाते उनको आप सिर्फ 5 साल में ही पूरा कर पाएंगे।
(BA LLB) बीए एलएलबी :–
यह उन लोगों के लिए है जो लॉ की डिग्री के साथ ह्यूमनीटीज़ के विषयों को भी पढ़ना चाहते हैं। इस कोर्स में आप पोलिटिकल साइंस और सोशियोलॉजी जैसे विषयों के साथ लॉ के कोर सब्जेक्ट्स भी पढ़ेंगे।
(BSC LLB) बीएससी एलएलबी :–
यह उन लोगों के लिए है जो लॉ(LLB) की डिग्री के साथ साइंस के सब्जेक्ट्स भी पढ़ना चाहते हैं। इस कोर्स में आप इकोनॉमिक्स जैसे सब्जेक्ट्स के साथ लॉ के कोर सब्जेक्ट्स भी पढ़ते हैं।
(BBA LLB) बीबीए एलएलबी :–
यह उन लोगों के लिए है जो लॉ की डिग्री के साथ बिज़नेस के सब्जेक्ट्स भी पढ़ना चाहते हैं। इस कोर्स में आप इकोनॉमिक्स जैसे सब्जेक्ट्स के साथ लॉ के कोर सब्जेक्ट्स भी पढ़ते हैं।
(B.Com LLB) बी.कॉम एलएलबी :–
यह उन लोगों के लिए है जो लॉ की डिग्री के साथ कॉमर्स के सब्जेक्ट्स भी पढ़ना चाहते हैं। इस कोर्स में आप इकोनॉमिक्स जैसे सब्जेक्ट्स के साथ लॉ के कोर सब्जेक्ट्स भी पढ़ते हैं।
लॉ के कुछ कोर विषय जो आप इन सारे कोर्स में पढ़ेंगे
एलएलबी में कौन से सब्जेक्ट होते हैं? (LLB me kitne subject hote hai?)
जैसे आपको यह पहले से ही पता ही होगा कि एलएलबी ‘कानून शिक्षा और इसके विभिन्न नियमों’ का एक कोर्स होता है जिसे पूरा करने पर आप एक वकील (Advocate) बन सकते है और फिर इसके बाद एक न्यायाधीश (Judge) भी बन सकते है तो चलिये हम आगे इसके विभिन्न विषयों के बारे में जानते है
वैसे तो एलएलबी कोर्स में बहुत से प्रकार के सब्जेक्ट्स होते है उनमे से हम आपको नीचे कुछ महत्वपूर्ण सब्जेक्ट्स के बारे में बताएगें है जो एलएलबी कोर्स करते समय उसका अध्ययन करते है इन विषयों को एलएलबी के ही अंतर्गत आने वाले कोर्स भी कहते है यानी कि इन्ही सारे विषयों को एलएलबी का कोर्स ही कहा जाता है एलएलबी में निम्नलिखित सब्जेक्ट होते हैं
- क्रिमिनल लॉ (Criminal Law)
- साइबर लॉ (Cyber Law)
- बैंकिंग लॉ (Banking Law)
- कॉरपोरेट लॉ (Corporate Law)
- टेक्स लॉ (Tex Law)
- फैमिली लॉ (Family Law)
- पेटेंट अटॉर्नी (Patent Attorney)
आइये हम आगे इन विषयों के बारे में कुछ जानकारी प्राप्त कर लेते है की आखिर में इन विषयों के अंतर्गत क्या क्या आता है और इनमें कौन सी पढ़ाई होती है ताकि आपको इनके बारे में सब कुछ आसानी से समझ मे आ जाए।
क्रिमिनल लॉ (Criminal law):-
हम आपको यह बता दें कि क्रिमिनल लॉ, एलएलबी का सबसे महत्वपूर्ण कोर्स है जो देश के सबसे प्रशिद्ध कानून माना जाता है यानी कि क्रिमिनल लॉ सबसे प्रचलित कानून वाला कोर्स है एलएलबी करते वक्त इस सब्जेक्ट पर अधिक ध्यान दिया जाता है आप यह भी जान लें कि यह कोर्स बाकी अन्य कोर्सों से थोड़ा अधिक हार्ड होता है इस कोर्स को करते वक्त आपको अधिक ध्यान से पढ़ना होगा क्योंकि आपके वकील बन जाने पर सबसे अधिक casess आने वाला केस इसी विषय पर होता है।
इस कोर्स के अंतर्गत आपको यह सिखाया या पढ़ाया जाता है कि आप किस प्रकार क्रिमिनल लॉ के अंदर आने वाले क्राइम्स को रोक सकते है, और इस क्राइम को रोकने के लिए कौन कौन से कानून के नियमों का प्रयोग करेंगे, इसे कैसे रोक सकते है, और आपको यह भी बताया जायगा की आप कौन से क्राइम को क्रिमिनल लॉ के अंदर रखेंगे।
साइबर लॉ (Cyber law):-
आज की दुनिया आधुनिक हो चुकी सारे काम अब इंटरनेट पर हो रहे है अब सबकी पर्सनल डिटेल्स इंटरनेट पर ही मिलती है साइबर लॉ के अंतर्गत बौद्धिक संपदा, गोपनीयता, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और अधिकार जैसे कानूनी मामले शामिल होते हैं इस कोर्स में आपको यह बताया जाता है कि आखिर आप किस प्रकार से इंटरनेट पर मानव गतिविधि द्वारा प्रस्तुत चुनौतियों को निपटा सकते है।
इस लॉ का निर्माण विशेष कर सोशल नेटवर्किंग, ऑनलाइन शॉपिंग, डेटा स्टोर करना, गेमिंग, ऑनलाइन स्टडी, ऑनलाइन जॉब इत्यादि सबसे उत्पन कोई गैरकानूनी को रोकने के लिए किया गया है आज के समय में इंटरनेट का उपयोग लगभग हर क्षेत्र में किया जाता है इंटरनेट के विकास से हम सभी को लाभ तो हुवा पर इसके साथ साथ साइबर अपराधों की अवधारणा भी विकसित हो गई आज के समय मे साइबर क्राइम अधिक तेजी से बढ़ रहा है।
बैंकिंग लॉ (Banking Law):-
इस कोर्स में आपको बैंक से संबंधित नियमों और कानूनों को बताया जाता है यानी कि इस लॉ के अंतर्गत बैंकिंग के जितने भी क्राइम या अपराध होते है उनके सभी मसलों को कैसे हल करना है ये सारी चीजें आपको बताया जाता है जैसे कि बैंक लोन को ना चुकाना या लोन देने से इनकार कर देना
जबरन लोन का आरोप लगाना, बैंक से फ्रॉड करना आदि सब अपराध की श्रेणी में आते है और इस तरह का केस जब आते है तो आपको किस तरह से हैंडल करना है, आपको बैंकिंग लॉ के कौन कौन सी नियम का कानून के मदद लेना है आदि सब इस कोर्स में सिखाये जाते है।
कॉरपोरेट लॉ (Corporate Law):-
इसे हम business Law या Enterprise Law भी कहते है और कभी कभी इसे Company Law भी कहा जाता है दोस्तों बहुत से ऐसे कंपनियाँ होती है जो अपना व्यासाय गैरकानूनी रूप से चलाते है आप उस कंपनी का विरोध किस प्रकार से करेंगे या फिर आप उस कंपनी को गैरकानूनी कैसे साबित करेंगे आदि ये सब नियमों को कॉरपोरेट लॉ में पढ़ाया जाता है कॉरपोरेट लॉयर की मांग भी आज के समय मे अधिक हो चुकी है इसमें आप अपना कैरियर बना सकते है परंतु इसके लिए आपको बाकी अन्य विषयों से अधिक ध्यान देना होगा।
टेक्स लॉ (Tex Law):-
अगर बात करे इस टेक्स लॉ के बारे तो आपको इसके बारे में पहले से ही पता होगा बहुत से ऐसे लोग भी होते है जो अपना टैक्स नही भरते या फिर बैंक को या सरकार को टैक्स देने से मना करते है तो इस प्रकार के क्राइम को किस प्रकार से रोका जाए यानी कि उन लोगो को क्या सजा दी जाए जो अपना सर्विस टैक्स, इनकम टैक्स, कॉरपोरेट टैक्स, सेल टेक्स इत्यादि भरने से मना कर देते है और उसके नियमों का भी उलंघन करते है ये सब अपराधों के लिए कौन सी कानून या नियम है वो आपको अपना एलएलबी कोर्स करते वक्त इस कोर्स के अंर्तगत बताया जाता है।
फैमिली लॉ (Family Law):-
दोस्तों आज के वक्त में अक्सर हमे पारिवारिक क्राइम्स सुनने को मिलता है जैसे कि अपने भाई भाई में लड़ाई, जमीन बंटवारा में आपसी विवाद, पारिवारिक विवाद में झगड़े, आपस मे मार पीट, समाज मे कुरीतियों का बढ़ावा देना, तलाक देना, गोद लेना, शादी में कुछ आपसी झगड़े, फैमिली या पर्सनल प्रॉब्लम इत्यादि। यानी कि अगर आप एक लॉयर है तो आप ये सब अपराधों को कैसे हल कर सकते है, आप इस समय किन कानूनों का प्रयोग करेंगे, आदि सब विषयों के बारे में जानकारी दी जाती है।
हम आपको यह बता दें कि आज के समय मे इस प्रकार का क्राइम्स दिन पर दिन बढ़ते जा रहा है और अक्सर यही सब क्राइम्स अधिक देखने को मिलता है विशेष इसके लिए कुछ कुछ जिलों में फैमिली कोर्ट का भी निर्माण किया गया है और इस तरह का अपराधों या मामलों को वहीं सुलझाया जाता है आप चाहे तो एलएलबी में इस कोर्स को अच्छे तरीके से पढ़ सकते है क्योंकि यह अक्सर अपने जीवन मे भी देखने को मिलता है।
पेटेंट अटॉर्नी (Patent Attorney):-
पेटेंट अटॉर्नी के अंतर्गत कोई भी व्यक्ति अपने किसी वस्तु पर अपना पूर्ण आधिपत्य यानी कि अधिकार रखता है और ऐसे में अगर कोई अन्य व्यक्ति उसकी मर्जी या उसकी सहमति के बिना उस अधिकार का प्रयोग करता है तो उसके लिए कौन सी कानून है और आप उसे किस प्रकार से हैंडल कर सकते है आदि सब का ज्ञान आपको इसी कोर्स के अंदर दिया जाता है।
जब आप एलएलबी का कोर्स को करते है तो इसी तरह के सब्जेक्टस आपको पढ़ाया जाता है। जैसे कि हम जानते है कि एलएलबी करके हम अपना कॅरियर कानून के क्षेत्र में बनाते है इसलिए हमें अपना काम पूरे निष्ठा, लग्न और सत्यता से करनी चाहिए।
आप कौन सा वकील बनेगें :–
एक सफल वकील कैसे बनें इसके लिए आपको LLB के सभी बेहतर Options से बारे में जानकारी होना आवशयक है जो आज हम आपको देने वाले हैं, जिससे आप आपने लिए सही चुनाव कर पाए, क्योंकि वकालत के अन्य बेहतर विकल्प (Other Better Options in the Law of Advocacy) भी मौजूद हैं।
इंटरनेशनल लॉयर (International Lawyer)
यह लॉ का क्षेत्र अंतरराष्ट्रीय घटनाओं में रुचि रखनें वाले व्यक्तियो के लिए उपयुक्त है। इस लॉ के अंतर्गत, दो राष्ट्रों के मध्य राष्ट्रीय हितों के लिए उत्पन्न होने वाली समस्याओं का कानून द्वारा निराकरण किया जाता है।
कॉरपोरेट लॉयर (Corporate Lawyer)
विभिन्न प्रकार के उद्योग व्यापार के अंतर्गत कर सम्बन्धी समस्याओं एवं अन्य प्रकार की समस्याओं का समाधान करना कॉरपोरेट लॉयर मुख्य कार्य है। कारॅपोरेट क्षेत्र में विशिष्ट योग्यता रखने वाले विशेषज्ञ की अधिक मांग है।
एन्वॉयरनमेंटल लॉयर (Environmental Lawyer)
एन्वॉयरनमेंट लॉ के अंतर्गत, प्रकृति के द्वारा प्राप्त हुयी वस्तुओ को नष्ट होनें से बचाने की बात की जाती है। अगर आपको इसमें रूचि है तो आप इसे अपना कैरिअर चुन सकते हैं।
साइबर लॉयर (Cyber Lawyer)
अगर आपको सॉफ्टवेयर, एसएमएस हैकिंग, कंप्यूटर और नेटवर्क सुरक्षा आदि में रूचि है तो ये आपके लिए एक बेहतर विकल्प है।
पेंटेट एंड कॉपीराइट लॉयर (Patient & Copyright Lawyer)
पेटेंट के अंतर्गत किसी भी नई खोज से बनने वाले प्रोडक्ट पर एकाधिकार प्रदान किया जाता है, यदि किसी पार्टी को उत्पाद बनाना है, तो इसके लिए पार्टी को लाइसेंस की आवश्यकता होती है, तथा उस उत्पाद पर रॉयल्टी देना पडता है। इस प्रकार इससे सम्बन्धित सभी कार्य को करने के लिए एक लायर के दिशा निर्देशन की आवश्यकता होती है।
लेबर लॉयर (Labor Lawyer)
लेबर लॉयर करियर के आधार पर बेहतर क्षेत्र है, कर्मचारियों और उनके अधिकार से सम्बंधित समस्याओं के समाधान के लिए लेबर लॉ बनाया गया है, वर्तमान में इस क्षेत्र से सम्बंधित समस्याएं न्यायालय में हैं। तो ये भी आपके लिए एक बेहतर विकल्प है।
क़ानूनी पढाई के बाद क्या करें
कानून की पढ़ाई पूरा करने के बाद आपको एक Internship करना होगा. किसी भी तरह की व्यावहारिक ज्ञान के लिए Internship करना आवश्यक होता है. उसी तरह, आपको इसमें भी Internship करने की आवश्यकता है.
Internship के दौरान आपको Court के बारे में कई बातें सिखाई जाती हैं. इसमें कोर्ट की सुनवाई कैसे होती है, Drafting कैसे होती है, दो वकील आपस में मुकदमा कैसे लड़ते हैं, ये सारी बातें आपको इस दौरान सिखाई जाती हैं.
State Bar Council में दाखिला करवाएं
Internship के बाद, आपको State Bar Council में Admission लेना होगा. इसके बाद, आपको Council of India की एक परीक्षा पास करनी होगी.
इसे पास करने के बाद ही आपको Court में Practice करने का Certificate दिया जाता है. अब आप भारत में किसी भी कोर्ट में अभ्यास कर सकते हैं.
अधिवक्ता या वकील के अधिकार (Rights of Advocate)
महाधिवक्ता मतलब जनरल एडवोकेट शासकीय पक्ष का प्रतिपादन करनें के लिए प्रमुख अधिकारी होता है।
वकील के द्वारा संपित्त सम्बन्धी, आपराधिक सम्बन्धी, संविधानिक सम्बन्धी तथा परिवारिक विषयों आदि में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई जाती हैं।
अधिवक्ता को न्यायालय में किसी अन्य व्यक्ति की ओर से वाद का प्रतिपादन करने तथा दलील प्रस्तुत करने का अधिकार प्राप्त होता है, इसका प्रयोग मुख्यत: कानून के सन्दर्भ में होता है, अधिकतर लोगों में अपनी बात को प्रभावी ढ़ंग से कहनें की क्षमता, ज्ञान, कौशल, या भाषा-शक्ति नहीं होती है, जिस प्रकार अधिवक्ता द्वारा आवश्यकतानुसार उनकी बात को प्रभावी ढंग से रखने का अधिकार होता है।
आप अपनी एलएलबी खत्म होने के बाद लॉ प्रैक्टिस करना शुरू कर सकते हैं (एआईबीई – आल इंडिया बार एग्जामिनेशन देने के बाद)। अब इसको भी करने के बहुत सारे तरीके हैं कि आप किसी भी टाइप के लॉयर बन सकते हैं और अगर आप चाहें तो अपना खुद का फर्म खोल सकते हैं या फिर किसी कंपनी में जॉइन कर सकते हैं और उसके लीगल एडवाइजर, कंसलटेंट या लीगल सर्विस चीफ भी बन सकते हैं। किसी कंपनी को जॉइन कर सकते हैं।
सरकारी वकील की आय कितनी होती है?
एक सरकारी वकील की सालाना आय रु3,60,000 से लेकर रु 45,00,000 तक हो सकती है और कई कारक एक सरकारी वकील का वेतन निर्धारित करते हैं।
Lawyer और Advocate में क्या अंतर है?
एक Advocate अपने मुवक्किलों की ओर से अदालत में केस करता है। Lawyer Advocate के तहत एक टीम की तरह काम करता है।
निष्कर्ष
दोस्तों आज आपने जान एक सफल वकील कैसे बनें के पारे में पूरी तरह से जान समझ लिया है और आपके सभी सवालों जैसे वकील कैसे बनें, LLB में कितने सब्जेक्ट होते हैं, 12 के बाद वकील कैसे बनें, LLB cours आदि सभी प्रकार के सवालों का उत्तर विस्तार से मिल गया है।
हमे उम्मीद है आपका सपना एक सफल वकील कैसे बनें जरुर पूरा होगा। यदि अभी भी आपके मन में सफल वकील कैसे बनें से सम्बंधित कोई सवाल रहे गया है तो आप हमें Comment कर सकते हैं।