अपना कोचिंग सेंटर कैसे खोलें, रजिस्ट्रेशन कैसे करें, छात्रों को कैसे लेकर आयें, (Coaching Classes kaise khole, Coaching Center kaise khole, coaching institute kaise khole, Place, Marketing)
इस जॉब कॉन्पिटिशन के जमाने में अगर आप कोचिंग सेंटर बिजनेस में कदम रखना चाहते हैं तो यह एक अच्छा ऑप्शन है। क्योंकि कॉन्पिटिशन तो हर बिजनेस में मिलेगा ही और फिर आपको इसमें कितना कॉन्पिटिशन मिलेगा ये आपके काम के तरीके, सुविधाओं, और टीचिंग मेथड से तय होगा।
अगर आप अच्छे टीचिंग स्किल के साथ कोचिंग सेंटर खोलना चाहते हैं तो इसके लिए आपके पास एजुकेशन सिस्टम के बारे में जानकारी होना चाहिए और इंडिया में कोचिंग सेंटर खोलने के लिए आपको कौन से पहलुओं को ध्यान में रखना चाहिए जिससे आप अपने कोचिंग के बिजनेस को सफलतापूर्वक चला सके।
तो चलिए जान लेते है विस्तार से कि कैसे आप अपना Coaching Center खोल सकते है। और उसे एक बिज़नेस की तरह खड़ा कर सकते हैं।
Coaching Center खोलने से पहले ये तय करें
कोचिंग सेंटर में पढ़ाए जाने वाले सब्जेक्ट को डिसाइड करना, क्वालीफिकेशन तय करना कि आप कौन-कौन से सब्जेक्ट को पढ़ाने वाले हैं। अगर आप एक सब्जेक्ट में महारत रखते हैं तो आपको लोकल एरिया पर थोड़ा रिसर्च करके पता लगाना चाहिए कि स्टूडेंट्स कौन से सब्जेक्ट पढ़ना चाहते हैं।
उन्हें किन सब्जेक्ट में बहुत प्रॉब्लम आ रही है और उनके पास इसके लिए कोई एक्सपर्ट ट्यूटोरियल कोचिंग सेंटर नहीं है। क्योंकि यही रिसर्च डिसाइड करेगी कि आपका सेंटर कितनी तेजी से रफ्तार पकड़ सकेगा। अगर वह सब्जेक्ट डिमांड में हो और उसे आप नहीं पढ़ा सकते हो तो आप उस सब्जेक्ट के एक्सपर्ट ट्यूटर के साथ भी शुरुआत कर सकते हैं।
यहां पर महत्वपूर्ण यह है कि अगर आपके पास लिमिटेड फाइंड है तो आप चाहे बाकी फैसिलिटी पर कम खर्च कर दीजिए लेकिन एजुकेशन की क्वालिटी से बिल्कुल भी कॉम्प्रोमाइज ना करें।
कोचिंग का रजिस्ट्रेशन कैसे करे?
अगर आप छोटे लेवल पर कोचिंग सेंटर शुरू कर रहे हैं तो आपको लाइसेंस की जरूरत नहीं होगी। लेकिन अगर आप बड़े लेवल पर कोचिंग सेंटर शुरू करना चाहते हैं तो आपको लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन की जरूरत पड़ेगी। आपको ट्रेड लाइसेंस लेना होगा और सेंटर से जो रेवेन्यू जनरेट होगा उस पर टैक्स भी देना होगा।
Coaching Center के लिए सही जगह कैसे चुने?
किसी भी बिजनेस की लोकेशन उसके प्रॉफिट और प्रोग्रेस को प्रभावित करती है इसीलिए अपने कोचिंग सेंटर के लिए सही लोकेशन का चुनाव करें। अगर आप शहर के बीच में किसी अच्छी लोकेशन पर सेंटर खोलेंगे तो ऐसा एनवायरमेंट स्टूडेंट्स के लिए भी फेवरेबल रहेगा और वह बड़ी आसानी से उस जगह पर पहुंच भी सकेंगे।
Coaching Center स्टाफ कैसे चुने?
जरूरत के अनुसार स्टाफ का चुनाव करें। आप कौन से सब्जेक्ट कोचिंग सेंटर में पढ़ाने वाले हैं, कौन से स्टैंडर्ड के स्टूडेंट के लिए आपने सेंटर ओपन किया है। उनके मार्केट की थोड़ी स्टडी करने के बाद अब जरूरत के हिसाब से इस स्टाफ को हायर करें। अगर आप छोटे स्तर पर को शुरू कर रहे हैं तो जरूरी नहीं है कि आप बहुत से लोगों को हायर करें लेकिन जितने लोगों को हायर करें तो जाँच लें कि वह अपनी फील्ड एक्सपोर्ट हों।
Coaching Center की फीस कैसे तय करें?
सही रीजनेबल फीस को तय करें। अपने कोचिंग सेंटर की रीजनेबल फीस डिसाइड करना भी कोई बहुत आसान काम नहीं है। इसके लिए अगर आप अपने आसपास के कॉन्पिटिशन की फीस स्ट्रक्चर को स्टडी कर लेंगे तो ये तय करना आपके लिए मुश्किल नहीं रहेगा और फिर क्वालिटी एजुकेशन देंगे तो आपके कोचिंग सेंटर में कौन नहीं आना चाहेगा।
Coaching Center का प्रमोशन कैसे करें?
प्रमोशन की टीम भी बहुत जरूरी है। भले ही आपने रिकॉर्ड फैकेल्टी को हायर किया हो, लोकेशन भी बहुत अच्छी सेट कर ली हो लेकिन बिना मार्केटिंग कि आप ज्यादा से ज्यादा स्टूडेंट्स तक कैसे पहुंच पाएंगे। आपको स्टूडेंट सिविल सर्विस सेंटर का प्रमोशन तो करना ही होगा। इसके लिए आप न्यूज़ पेपर और रेडियो पर विज्ञापन दे सकते हैं, मार्केटिंग एप्स के जरिए अपने सेंटर का नाम स्टूडेंट के बीच में फेमस कर सकते हैं।
इसके बाद जब मार्केटिंग से आपके सेंटर पर स्टूडेंट आने लग जाएंगे तो टीचर और स्टूडेंट पर यह आपकी जिम्मेदारी बनेगी कि आप उन्हें ऐसी एजुकेशन और फैसिलिटी दे कि वह वहीं पर रुक जाए यानी कि वो आगे भी कंटिन्यू करें और दूसरे लोगों को भी इस बारे में बताएं।
निष्कर्ष
आज आपको हर एक शहर, गाँव में कोचिंग सेंटर मिल जायेंगें लेकिन ज्यादातर में अच्छे टीचर्स की कमी होती है इसलिए सबसे जरुरी है एक अच्छे टीचर का होना जो स्टूडेंट्स को अच्छे से समझा सके तभी ज्यादा से ज्यादा स्टूडेंट्स कोचिंग सेंटर्स से जुडेंगें।
उम्मीद है कि आपको समझ आ जाया होगा कि कोचिंग सेंटर कैसे खोलें? अगर आपका कोई सवाल है तो कमेंट करें।