हेल्लो दोस्तों अगर आप भी एक IAS Officer बनना चाहते हैं तो आपके मन कई सारे सवाल होंगे जैसे कि आईएएस की तैयारी कैसे करें, आईएएस बनने के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए, 12th के बाद IAS कैसे बनें, आईएएस अफसर की सैलरी आदि इन सभी सवालों के जवाब मिलने के बाद बारी आती है की आईएएस की तैयारी कैसे करें?
जब भी हम आईएएस का नाम सुनते हैं तो हमारे मन में एक छवि बन जाती है की एक ऐसा इंसान जिसके पास पॉवर है बंगला है गाड़ी है और भी बहुत कुछ जो एक गरीब परिवार के लिए एक सपना सा होता है और आखिर IAS बनने की इतने लालसा हो क्यूँ न जब भी हम अपने से बड़े किसी को कुछ कहते हैं या फिर कुछ समझाने की कोशिश भी करते हैं तो 99% बार हमें एक ही बात सुनने को मिलती है कलेक्टर हो क्या? मतलब आईएएस हो क्या?
वैसे भी हमें हमारे सपने होते हैं की पढ़-लिखकर कुछ अच्छा करने की जिससे समाज और अपने परिवार का भला हो सके . इसीलिए हमें अपना करियर चुनना पड़ता है जो सबके लिए अलग अलग होता है कोई डॉक्टर बनना चाहता है कोई वकील बनना चाहता है तो कोई बिज़नेस करना चाहता है वगैरह-वगैरह इसी में कोई चाहता है की हम आईएएस ऑफिसर(IAS Officer) कैसे बनें!
तो चलिए स्टेप बाई स्टेप जान लेते हैं की आप एक आईएएस ऑफिसर(IAS Officer) कैसे बन सकते हैं?
IAS ka Full Form क्या होता है?
IAS का फुल फॉर्म होता है Indian Administrative Service.
IAS अधिकारी कौन होता होता है?
आईएस बनने के लिए आपको UPSC की परीशा देनी होती है और फिर यूपीएससी की परीक्षा में टॉप रैंक हासिल करने वाले उम्मीदवारों को आईएएस अफसर बनाया जाता है. आईएएस की सेवा भारत सरकार की एक प्रशासनिक सिविल सेवा है.आईएएस ऑफिसर प्रमोशन के बाद कैबिनट सेकेट्री, अंडर सेकेट्री आदि भी बन सकते हैं. एक IAS अफसर के लिए भारत में टॉप पोस्ट कैबिनेट सेक्रेटरी की होती है
IAS अधिकारी का कार्य क्या होता है?
एक आईएएस अधिकारी का काम लोक प्रशासन का होता है। सरल शब्दों में कहें तो, सरकार जो भी नीतियां बनाती है या फिर सरकार की ओर से पास किए गए कानून को ये आईएएस अधिकारी अपने जिले या संबंधित क्षेत्र में उचित ढंग लागू करवाते हैं ये अधिकारी कई स्तर पर सरकार के सथ मिलकर इन नीतियों और योजनाओं को भी बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं.
इसके अलावा भी इनके पास सरकारी विभागों से जुड़े कई महत्वपूर्ण काम होते हैं जिनके माध्यम से ये अपने क्षेत्र या सम्बंधित जिले में होने वाले विकास कार्यों की निगरानी करते हैं। इसके अलावा आम जनता भी अपनी परेशानियों के निराकरण के लिए इनसे संपर्क कर सकती है।
12वीं के बाद आईएएस की तैयारी कैसे करें?
अगर आप भी सिविल सर्विस एग्जाम यानी की IAS बनने के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो आपके पास कम से कम बैचलर की डिग्री जरुर होनी चाहिए। इस एग्जाम के लिए मिनिमम परसेंटेज की कोई शर्त नहीं है। यानी की अगर आपने ग्रैजुएशन कर रखी है तो आप सिविल सर्विस परीक्षा में बैठ सकते हैं। वैसे UPSC परीक्षा के लिए आप उस समय भी आवेदन कर सकते हैं जब अपने कॉलेज के फाइनल इयर में हों।
आईएएस बनने के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए?
संघ लोक सेवा आयोग के नवीनतम जारी Notification के अनुसार आपको निम्न पात्रता की शर्तों को पूरा करना पड़ेगा जो कुछ इस प्रकार हैं-
राष्ट्रीयता: अगर आप भारतीय प्रशासनिक सेवा और भारतीय पुलिस सेवा के उम्मीदवार बनना चाहते हैं तो आपको भारत का नागरिक अवश्य होना चाहिए ।
IAS Age Limit (आयु सीमा) क्या है: आवेदन करने के समय तक आपकी आयु 21वर्ष की पूरी हो जानी चाहिए
अधिकतम आयु सीमा में आवेदक को निम्न मामलों में छूट दी जाती है-
- SC और ST को 5 साल की
- OBC को 3 साल की
- विकलांग को 10 साल की
न्यूनतम शैक्षिक योग्यता: यूपीएससी परीक्षा 2021 के लिए न्यूनतम शैक्षिक पात्रता मानदंड यह है कि उम्मीदवार के पास किसी भी सरकारी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए या समकक्ष योग्यता होनी चाहिए। अगर आप ग्रेजुएशन के परिणाम की प्रतीक्षा कर रहें हैं तो भी आप यूपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा में बैठ सकते हैं,
लेकिन उन्हें मुख्य परीक्षा के लिए आवेदन के साथ अपनी ग्रेजुएशन करने का प्रमाण प्रस्तुत करना होगा। पेशेवर और तकनीकी योग्यता रखने वाले उम्मीदवार भी जो सरकार द्वारा पेशेवर और तकनीकी डिग्री के समकक्ष मान्यता प्राप्त हैं, वे भी सिविल सेवा परीक्षा में प्रवेश के लिए पात्र हैं।
आईएएस की तैयारी कैसे करें?
आईएएस ( IAS ) अधिकारी बनना अगर आपका ख़्वाब है , तो इसके लिए आपको कठिन मेहनत और संघर्ष करन पड़ेगा। यूपीएससी में जीत हासिल करने के लिए हमारे पास मार्गदर्शक होना बहुत जरूरी है । यूपीएससी की परीक्षा भारत में सबसे कठिन परीक्षा में से एक मानी जाती है।
सिविल सर्विस में सफलता पाने के लिए सबसे पहले आपको एक सटीक रणनीति बनानी चाहिए इसके साथ ही यूपीएससी परीक्षा में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण आपके अन्दर अनुशासन और धैर्य होना चाहिए। अब आप निम्नलिखित टिप्स से सीखेंगे कि यूपीएससी की तैयारी कैसे करें?
- सबसे पहले यूपीएससी एग्जाम की पूरी जानकारी होना जरूरी है।
- एग्जाम में आने वाले सिलेबस को अच्छे से समझे ।
- रणनीति के साथ उचित अध्ययन की सामग्री को इकट्ठा करें ।
- अनुसाशन और एकाग्रता के साथ पढ़ाई करें।
- पढ़ाई के साथ ही साथ लेखन का अभ्यास करते रहें।
- रोज़ाना न्यूज़ पेपर पढने की आदत डालें।
UPSC Exam Pattern (IAS बनने के चरण)
सिविल सेवा की परीक्षा में तीन चरण होते हैं-
- प्रारंभिक परीक्षा
- मुख्य परीक्षा
- साक्षात्कार
प्रारंभिक परीक्षा
यह UPSC Exam की सबसे पहली परीक्षा है जिसमें 2 पेपर होते हैं –
यूपीएससी प्रीलिम्स सिलेबस 2021 | पेपर- I (सामान्य अध्ययन- I)
UPSC प्रीलिम्स 2021 के पाठ्यक्रम का उल्लेख इस प्रकार है:
- राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व की समसामयिक घटनाएं।
- भारत का इतिहास और भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन।
- भारतीय और विश्व भूगोल – भारत और विश्व का भौतिक, सामाजिक, आर्थिक भूगोल।
- भारतीय राजनीति और शासन – संविधान, राजनीतिक व्यवस्था, पंचायती राज, सार्वजनिक नीति, अधिकार मुद्दे, आदि।
- आर्थिक और सामाजिक विकास – सतत विकास, गरीबी, समावेश, जनसांख्यिकी, सामाजिक क्षेत्र की पहल, आदि।
- पर्यावरण पारिस्थितिकी, जैव-विविधता और जलवायु परिवर्तन पर सामान्य मुद्दे – जिनके लिए विषय विशेषज्ञता की आवश्यकता नहीं है सामान्य विज्ञान
UPSC प्रीलिम्स सिलेबस 2021 | पेपर- II (CSAT) के लिए
सामान्य अध्ययन- II या CSAT प्रकृति में (Qualifying) अर्हक है। इसलिए, आपको इस पेपर के लिए अर्हता प्राप्त करने के लिए 33% या 66 अंक प्राप्त करने की आवश्यकता है। CSAT पेपर के लिए UPSC प्रीलिम्स सिलेबस नीचे दिया गया है:
- Comprehension
- संचार कौशल सहित पारस्परिक कौशल;
- तार्किक तर्क और विश्लेषणात्मक क्षमता
- निर्णय लेना और समस्या का समाधान
- सामान्य मानसिक क्षमता
- बुनियादी संख्यात्मकता (संख्याएं और उनके संबंध, परिमाण के क्रम, आदि) (कक्षा X स्तर), डेटा व्याख्या (चार्ट, ग्राफ़, टेबल, डेटा पर्याप्तता आदि। – कक्षा X स्तर)
यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा पैटर्न | सामान्य अध्ययन पेपर-I | सामान्य अध्ययन पेपर-II |
प्रश्नों की संख्या | 100 | 80 |
कुल अंक | 200 | 200 |
पेपर का प्रकार | वस्तुनिष्ठ प्रश्न | वस्तुनिष्ठ प्रश्न |
नकारात्मक अंकन | 1/3 का | 1/3 का |
कटऑफ मार्क्स | परीक्षा के बाद घोषित | क्वालिफाइंग पेपर। |
मुख्य परीक्षा
UPSC सिविल सेवा की प्रारंभिक परीक्षा को पास करने के बाद मुख्य परीक्षा देनी होती है सिविल सेवा की मुख्य परीक्षा में 9 पेपर होते हैं जिनका विवरण नीचे दी गई तालिका में दिया गया है।
- IAS Mains भी एक ऑफलाइन परीक्षा है। प्रत्येक पेपर 250 अंक का होगा।
- प्रत्येक पेपर 3 घंटे का होता है। नेत्रहीन छात्रों को 30 मिनट का अतिरिक्त समय दिया जाता है।
- परीक्षा में 9 पेपर होंगे। एक उम्मीदवार का परीक्षण उनके ज्ञान और विषय की समझ के आधार पर किया जाएगा
- प्रश्न सब्जेक्टिव प्रकृति के होंगे। उन्हें हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में दिया जाएगा।
- IAS इंटरव्यू राउंड के लिए अर्हता प्राप्त करने के लिए प्रत्येक पेपर अनिवार्य है।
Qualifying Papers
- पेपर A: (संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल की जाने वाली भारतीय भाषाओं में से एक – 300 अंक)
- पेपर B: अंग्रेजी – 300 अंक का
UPSC Mains Qualifying Marks
परीक्षा में अर्हता प्राप्त करने के लिए आपको को Qualifing Papers में न्यूनतम प्रतिशत स्कोर करना होगा। इसमें उम्मीदवार के बौद्धिक और पारस्परिक कौशल का परीक्षण करने के लिए प्रश्न पत्र तैयार किए जाते हैं। निबंध-प्रकार के प्रश्न छात्र की विषय और अवधारणा की समझ का परीक्षण करने के लिए। छात्रों का परीक्षण एक भारतीय भाषा के बल पर किया जाएगा। इसके लिए दो वैकल्पिक पेपर होंगे जिन्हें उम्मीदवारों को चुनना होगा।
पेपर के प्रकार | कुल अंक |
निबंध लेखन | 250 |
सामान्य अध्ययन- I (भारतीय विरासत और संस्कृति, इतिहास और विश्व और समाज का भूगोल) | 250 |
सामान्य अध्ययन-द्वितीय (शासन, संविधान, राजनीति, सामाजिक न्याय और अंतर्राष्ट्रीय संबंध) | 250 |
सामान्य अध्ययन -III (प्रौद्योगिकी, आर्थिक विकास, जैव विविधता, पर्यावरण, सुरक्षा और आपदा प्रबंधन) | 250 |
सामान्य अध्ययन- IV (नैतिकता, सत्यनिष्ठा और योग्यता) | 250 |
वैकल्पिक विषय – पेपर 1 | 250 |
वैकल्पिक विषय – पेपर 2 | 250 |
लिखित परीक्षा में कुल अंक | 1750 |
व्यक्तित्व परीक्षण/ साक्षात्कार
- मुख्य परीक्षा के कटऑफ अंक हासिल करने वाले सभी उम्मीदवार व्यक्तित्व परीक्षण के लिए आगे बढ़ेंगे।
- इसमें साइकोमेट्रिक टेस्ट, असेसमेंट टेस्ट के साथ-साथ पर्सनल इंटरव्यू भी शामिल होगा।
- साक्षात्कार का उद्देश्य सक्षम और निष्पक्ष पर्यवेक्षकों के बोर्ड द्वारा सार्वजनिक सेवा में कैरियर के लिए उम्मीदवार की व्यक्तिगत उपयुक्तता का आकलन करना है। उम्मीदवार से सामान्य हित के मामलों पर प्रश्न पूछे जाएंगे।
- परीक्षण का उद्देश्य एक उम्मीदवार की मानसिक क्षमता की जाँच करना है।
- मोटे तौर पर, यह न केवल उम्मीदवार के बौद्धिक गुणों का बल्कि उसके सामाजिक लक्षणों और करंट अफेयर्स में उसकी रुचि का भी आकलन है।
- जिन गुणों का मूल्यांकन किया जाना है उनमें मानसिक सतर्कता, आत्मसात करने की महत्वपूर्ण शक्तियां, स्पष्ट और तार्किक व्याख्या, निर्णय का संतुलन, विविधता और रुचि की गहराई, सामाजिक सामंजस्य और नेतृत्व की क्षमता, बौद्धिक और नैतिक अखंडता शामिल हैं।
- यह परीक्षा पसंद की भाषा में आयोजित की जाएगी।
- साक्षात्कार 275 अंकों के लिए वर्गीकृत किया जाएगा। IAS (UPSC CSE) के कुल अंक 2025 अंक हैं।
- उम्मीदवारों को कुल योग के आधार पर रैंक किया जाएगा और अंतिम साक्षात्कार के लिए बुलाया जाएगा।
IAS प्रारंभिक परीक्षा में कितने विषय होते हैं?
IAS प्रारंभिक परीक्षा के लिए 7 अनिवार्य विषय हैं-
1. अर्थशास्त्र
2. इतिहास
3. भूगोल
4. पर्यावरण विज्ञान
5. समाज शास्त्र
6. राजनीति विज्ञान- नागरिक शास्त्र
7. सामान्य विज्ञान- भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान
IAS प्रारंभिक परीक्षा का उत्तीर्ण प्रतिशत क्या है?
IAS प्रारंभिक परीक्षा का उत्तीर्ण प्रतिशत 25% है
Conclusion
स्पष्ट रूप से, सफलता का मार्ग अत्यधिक कड़ी मेहनत, जबरदस्त समर्पण और लगभग अति-मानवीय तर्क, याद रखने और विश्लेषणात्मक क्षमताओं से भरा है। इस प्रकार एक आईएएस अधिकारी बनने के लिए लगभग चमत्कारी क्षमताओं की आवश्यकता होती है, जिससे उन्हें स्वर्ग में जन्मे होने का उपनाम मिल जाता है। लेकिन शायद इसका संबंध इस बात से भी है कि वे हमारे समाज को हम सभी के लिए बेहतर बनाने की जिम्मेदारी लेते हैं।
दोस्तों मुझे उम्मीद है की आपको आईएएस ऑफिसर(IAS Officer) कैसे बनें की सम्पूर्ण जानकरी अच्छे से समझ में आ गयी होगी। आप आने विचार comment कर सकते हैं और इस जानकारी को अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करें ताकि उन्हें भी ये महत्वपूर्ण जानकरी प्राप्त हो सके।